Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का शंखनाद सोमवार को रामनगरी से हो गया है। आज से देश के पांच लाख गांव में अक्षत वितरण कर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को ऐतिहासिक बनाने की अपील की जाएगी। दलित बस्ती से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की अगुवाई में भव्य शोभा यात्रा निकालकर अक्षत वितरण अभियान की शुरुआत की गई है।
राम लला की मूर्ति स्थापना का मुहूर्त (Ramlala Pran Pratishtha Date And Timing): Ram Mandir
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा। काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ये मुहूर्त चुना है। ये शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा। ये मुहूर्त अभिजित मुहूर्त के अंतर्गत है। हिंदू धर्म में शुभ काम के लिए अभिजित मुहूर्त सबसे उत्तम माना जाता है। (Ram Mandir)
22 January 2024 Panchang In Hindi (22 दिसंबर 2024 पंचांग): 22 जनवरी 2024 के पंचांग को देखें तो ये दिन बेहद शुभ रहने वाला है। क्योंकि इस दिन 3 शुभ योगों का अद्भुत संयोग बन रहा है। 22 जनवरी को पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी और नक्षत्र मृगशिरा रहेगा। इसके अलावा पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा। दिन खत्म होने के साथ ही रवि योग भी लग जाएगा। इन शुभ योगों में अभिजित मुहूर्त के अंतर्गत रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न किया जाएगा। जानते हैं 22 जनवरी का पूरा पंचांग। (Ram Mandir)
4 जनवरी को लॉन्च होगी Redmi Note 13 Pro की सीरीज, लॉन्च से पहले लीक हुई प्राइस
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तारीख और समय (Ramlala Pran Pratishtha Date And Timing):
तिथि: 22 जनवरी 2024
मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक
विशेषता: यह 84 सेकंड का अत्यंत सूक्ष्म मुहूर्त होगा जो राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया है।
22 जनवरी 2024 का पंचांग:
तिथि: पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी
नक्षत्र: मृगशिरा
शुभ योग:
सर्वार्थ सिद्धि योग: 07:14 AM से 04:58 AM, जनवरी 23
अमृत सिद्धि योग: 07:14 AM से 04:58 AM, जनवरी 23
**रवि योग: 04:58 AM, जनवरी 23 से 07:13 AM, जनवरी 23
22 जनवरी 2024 के शुभ मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:27 AM से 06:20 AM
प्रातः सन्ध्या: 05:53 AM से 07:14 AM
अभिजित मुहूर्त: 12:11 PM से 12:54 PM
विजय मुहूर्त: 02:19 PM से 03:01 PM
गोधूलि मुहूर्त: 05:49 PM से 06:16 PM
सायाह्न सन्ध्या: 05:52 PM से 07:12 PM
अमृत काल: 07:46 PM से 09:26 PM
निशिता मुहूर्त: 12:06 AM, जनवरी 23 से 12:59 AM, जनवरी 23
Ram Mandir: अक्षत वितरण अभियान की शुरुआत
महासचिव चंपत राय के नेतृत्व में यात्रा: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय द्वारा दलित बस्ती से भव्य शोभा यात्रा की शुरुआत की गई है। (Ram Mandir)
अक्षत वितरण का उद्देश्य: देश के 5 लाख गांव तक अक्षत पहुंचाना और लोगों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जोड़ने का है।
सुविधाएं: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए सुविधा केंद्र की योजना। (Ram Mandir)
अयोध्या में एक दलित बस्ती से भव्य शोभा यात्रा निकालकर अक्षत वितरण अभियान की शुरुआत की गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लोगों से 22 जनवरी को उत्सव मनाने की अपील की है।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने घर-घर जाकर लोगों को पूजित अक्षत व पत्रक देकर 22 जनवरी को उत्सव मनाने की अपील की है। इस दौरान भगवान राम, लक्ष्मण सीता के स्वरूपों से सजी भव्य शोभायात्रा भी निकली गई। शोभा यात्रा का वाल्मीकि समाज के लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर और भगवान के स्वरूपों की आरती उतार कर स्वागत भी किया।
चंपत राय ने कहा कि आज से पूरे देश में अक्षत वितरण अभियान का शुभारंभ हो गया है। देश के 5 लाख गांव तक यह पूजित अक्षत पहुंचाया जाएगा। प 22 जनवरी को आनंद उत्सव मनाने की अपील की जाएगी। देश के पांच करोड़ परिवारों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जोड़ने की कोशिश होगी। (Ram Mandir)
Top 10 movies of 2023 in India Highest box office collection
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर में कुल 44 द्वार होंगे। 18 दरवाजे होंगे। इनमें 14 स्वर्णजड़ित हैं। लेकिन प्रवेश एक ही द्वार से होगा। श्रद्धालुओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जा रहे हैं।
रामलला का मंदिर ऐसे ही दिव्य और भव्य नहीं कहा जा रहा। 70.5 एकड़ में फैले विशाल मंदिर में 44 द्वार होंगे। इनमें से 18 द्वार दरवाजों से युक्त होंगे। इनमें भी 14 स्वर्णजड़ित होंगे। चार दरवाजे स्टोर के हैं, जिन्हें वार्निश कर आकर्षक बनाया गया है।
मंदिर के डिजाइन व निर्माण से जुड़े इंजीनियरों के मुताबिक भूतल पर लगने वाले दरवाजे लकड़ी के बने हैं, जिसे हैदराबाद की कंपनी ने तैयार किया है। राममंदिर तक पहुंचने के लिए तीन पथ बनाए जा रहे हैं…रामजन्मभूमि पथ, भक्ति पथ व राम पथ।
मगर, सभी यात्रियों को प्रवेश एक ही द्वार से मिलेगा। मंदिर जितना भव्य तैयार किया जा रहा है, श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी उतना ही ध्यान रखा जा रहा है। उनकी सहूलियत के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट सुग्रीव किला के गेटवे दो के बगल में एक सुविधा केंद्र बना रहा है।
राम मंदिर के विशेषताएं:
द्वारों की संख्या: कुल 44 द्वार, जिसमें से 18 स्वर्णजड़ित हैं।
प्रवेश सुविधा: सभी यात्रियों को एक ही द्वार से प्रवेश मिलेगा।
मंदिर का डिजाइन: 70.5 एकड़ में फैले भव्य मंदिर में भूतल पर लगने वाले दरवाजे लकड़ी के बने हैं
Newsyatra.in पर पढ़े ताज़ा विशेष समाचार, लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, बिज़नेस और मनोरंजन से जुड़ी हर ख़बर।